नई दिल्ली, 8 सितंबर 2023: भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री में भारी वृद्धि हुई है। पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले इस साल अब तक इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री में 200% से अधिक की वृद्धि हुई है। इसकी सबसे बड़ी वजह पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें हैं।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग अब कम खर्चीले विकल्प की तलाश में हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले स्कूटरों की तुलना में कम खर्चीले होते हैं। वे कम ईंधन की खपत करते हैं और उनके रखरखाव में भी कम खर्च आता है।
इसके अलावा, भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और योजनाओं की घोषणा की है। इनमें से एक है FAME II योजना, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना ने भी इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री को बढ़ावा दिया है।
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती मांग के कारण इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है। कई भारतीय कंपनियां इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च कर रही हैं। इनमें ओला, बजाज, हीरो, और टीवीएस जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती लोकप्रियता पर्यावरण के लिए भी एक अच्छा संकेत है। इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले स्कूटरों की तुलना में कम प्रदूषण करते हैं।
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इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री में वृद्धि के प्रमुख कारण:
- पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें
- भारत सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति
- बढ़ती प्रतिस्पर्धा
- पर्यावरणीय लाभ
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। पिछले एक साल में पेट्रोल की कीमत में 30% से अधिक की वृद्धि हुई है, जबकि डीजल की कीमत में 35% से अधिक की वृद्धि हुई है। इन बढ़ती कीमतों के कारण लोगों को अपने वाहनों के रखरखाव पर अधिक खर्च करना पड़ रहा है।
भारत सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति
भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियों और योजनाओं की घोषणा की है। इनमें से एक है FAME II योजना, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना के तहत, इलेक्ट्रिक स्कूटर की खरीद पर अधिकतम 40,000 रुपये की सब्सिडी मिल सकती है।
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बढ़ती प्रतिस्पर्धा
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती मांग के कारण इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है। कई भारतीय कंपनियां इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च कर रही हैं। इन कंपनियों के बीच नए-नए फीचर्स और सुविधाओं के साथ अपने उत्पादों को प्रतिस्पर्धी बनाने की होड़ लगी हुई है।
पर्यावरणीय लाभ
इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले स्कूटरों की तुलना में कम प्रदूषण करते हैं। वे शून्य उत्सर्जन उत्पन्न करते हैं, जो शहरी वायु गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष
भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री में भारी वृद्धि एक महत्वपूर्ण विकास है। यह पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों, भारत सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण हो रहा है। यह पर्यावरण के लिए भी एक अच्छा संकेत है।
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